सफलता का अचूक मंत्र
जब हमने किसी लक्ष्य(aim) को प्राप्त करना है तो अपने ध्यान को सिर्फ और सिर्फ अपने लक्ष्य पर केंद्रित करें और जब तक आपका लक्ष्य पूरा ना हो अपना ध्यान वहां से ना हटाए । अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने अंदर एक जुनून पाले कि मैंने अपने लक्ष्य को हर सूरत प्राप्त करना है ।अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मैं एक सूत्र तुम्हें कहानी के माध्यम से बताता हूं । कहानी इस प्रकार से है:
एक बार एक नौजवान अपने गुरु जी के पास गया और उनसे पूछा कि गुरुजी मुझेअपने लक्ष्य में सफल होने के लिए सफलता का कोई एक ऐसा सूत्र बताए जो success प्राप्त करने के लिए 100% सटीक हो , और जिससे बड़े से बड़े लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सके । गुरुजी बोले: तुम्हारा प्रश्न बहुत ही गंभीर प्रश्न है , पर मैं तुम्हें भी इसका उत्तर दूंगा । लो सुनो, मान लो तुम्हें तैरना नहीं आता है और कुछ लोग तुम्हें पानी में धक्का दे देते हो और तुम डूबने लग जाते हो, तो उस समय तुम क्या करोगे?
क्या तुम दोस्तों के बारे में सोचोगे या अपने माता-पिता के बारे में या ऐसा सोचोगे कि मैंने किसी होटल में जाकर मिष्ठान खाने हैं या ऐसा सोचोगे कि मैंने मूवी देखनी है, अब आप बताओ आप क्या करोगे?
तब नौजवान उत्तर देता है: उस समय मैं ऐसा कुछ भी नहीं करूंगा जब मैं पानी में डूब रहा हूंगा, उस समय मैं सिर्फ और सिर्फ पानी से बाहर निकलने के बारे में सोचहूंगा । पानी से बाहर निकलने के लिए मैं पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा दूंगा और सिर्फ बाहर और निकलने के बारे में प्रयास करूंगा ।
नौजवान की इन बातों को सुनकर गुरुजी बोले: बेटे तुम्हारी बातों में ही हर एक काम की सफलता का सूत्र छिपा हुआ है । जब हमने किसी मकसद को पूरा करना है तो उस मकसद को पूरा करने के लिए एड़ी चोटी का पूरा जोर लगा देना चाहिए । जिस मकसद को हमने पूरा करना है उसे कभी भी अपनी आंखों से ओझल नहीं होने देना चाहिए । मकसद को पूरा करने के तरीकों को ढूंढना चाहिए और उनको अमलीजामा पहनाना चाहिए । हमें अपनी तमाम उर्जा को एकत्रित करके अपने मकसद को पूरा करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए, जैसा कि हमें पता है सूर्या किरणेंi से कभी भी आग नहीं लगती है यदि सूर्य की किरणों को इकट्ठा करके हम किसी लेंस के बीच में से गुजारते हैं भी सूर्य की किरणें आग लगा देती है ठीक उसी प्रकार हमें भी अपने तमाम ऊर्जा को एकत्रित करके अपने मकसद को पूरा करने के लिए जुट जाना होता है यदि हम ऐसा करेंगे तो निश्चय ही हम अपने मकसद को शत प्रतिशत पूरा करने में समर्थ होंगे । साथ में इन बातों का ध्यान भी रखें: जब तक आपको सफलता नहीं मिलती तब तक आप के सारे प्रयास दूसरों को निम्न श्रेणी के लगते हैं और जब आप किसी कार्य में सफल हो जाते हैं तो आपके सारे प्रयास उच्च श्रेणी के लगने लगते हैं ।
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